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June 2018


पब्लिक मीडिया पंकज पाराशर छतरपुर  
विधानसभा चुनाव को लेकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के गोपनीय सर्वे में भाजपा की हालत खस्ता मिलने के बाद अब संघ की चिंता बढ़ गई है।इससे पहले अमित शाह के सर्वे में भी मध्य प्रदेश के लगभग 100 से ज्यादा बीजेपी विधायकों पर हार का खतरा मंडराता दिख रहा हैIसूत्रों के मुताबकि आरएसएस के सर्वे में भी 60 से 70 विधायकों की टिकट कटने की संभावना है, इसमें कई मंत्रियों ने नाम भी शामिल हैं जिनके टिकट भी कट सकते हैंIमध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में हुए इस सर्वे के बाद संघ के सह सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबोले ने अब निष्क्रिय विधायकों पर सख्ती बरतने का मन बना लिया हैIसंघ के लिए मध्य प्रदेश छत्तीसगढ़ के विधानसभा चुनाव इसलिए भी अहम माने जा रहे हैं क्यूंकि यह राज्य आरएसएस के गढ़ हैIआरएसएस के सर्वे के बाद 60 से 70 सिटिंग विधायकों के टिकट कटना तय माना जा रहा हैIयह वो विधायक है जो पार्टी और सरकार के निर्देश के बाद भी जनता से दूर रहे हैl केंद्र और राज्य की योजनाओं को जनता तक पहुंचने में नाकाम रहे हैl संघ का मानना है कि इन राज्यों की सरकारों ने बेहतर काम किया है लेकिन यह विधायक सरकार की योजनाओं और कामों को ठीक ढंग से जनता तक पहुँचाने में नाकाम रहे हैं| एंटी इंकम्बेंसी से जूझ रही पार्टी के चौथी बार सरकार बनाने की जिम्मेदारी अब संघ ने ले ली है और दत्तात्रेय होसबोले ने इस पर जमीनी काम करना शुरू कर दिया हैIसूत्रों के मुताबिक कई बड़े नेताओं के टिकट भी कटेंगे, जिनकी किसी को उम्मीद न होlमध्य प्रदेश में तीन बार से सत्ता में काबिज भाजपा को चौथी बार सरकार बनाना आसान नहीं होगा, इसके लिए संगठन ने भी यह तय कर लिया है कि इस बार टिकट काटने में भी कोई सोच विचार नहीं किया जाएगाlनॉन परफ़ॉर्मर विधायकों के टिकट कटना तय है| दत्तात्रेय होसबोले भी इसके संकेत दे चुके हैंlनए चेहरों की भी तलाश की जा रही हैIजिससे यह अनुमान लगाया जा सकता है आने वाले समय में मध्य प्रदेश में बड़ी उथल पुथल शुरू होने वाली है, चुनाव से पहले बड़ा फेरबदल होगाIजिन विधायकों के टिकट कटने वाले हैं उन्हें बार बार सक्रियता बढ़ने को कहा गया लेकिन जनता के बीच वो नहीं पहुंचे, ऐसे नेताओं में कई मंत्रियों के नाम भी है जिनके खिलाफ उनके ही क्षेत्र में आक्रोश है| हालही में आये दो सर्वे ने भाजपा और संघ की मुश्किलें बढ़ा दी है, जिसमे यह तय माना जा रहा है कि लगभग 70 विधायकों के टिकट कटेंगेI 
भाजपा के सर्वे में भी विधायकों की हालत खराब...इससे पहले भाजपा हाईकमान ने जहाँ साल के आखिरी में जिन राज्यों में चुनाव होना है। वहां बड़े राज्य खास भाजपा शासित राज्य मप्र, छत्तीसढ़ एवं राजस्थान में खुद सर्वे कराया है। सर्वे एक साल के भीतर दो बार हो चुका है। दोनों ही सर्वे रिपोर्ट में  भाजपा की हालत खराब बताई गई है। पहला सर्वे पिछले साल के अंतर में कराया था। दूसरी डाटा हाल ही में एकत्रित किया गया है। जिसमें विधायकों की परफॉर्मेँस को प्रमुखता से देखा गया है। ज्यादा विधायक भाजपा हाईकमान के टेस्ट में अनफिट रहे हैं। बताया गया कि पिछले एक साल के दौरान राज्य में किसान आंदोलन ज्यादा हुए हैं। सरकार ने किसान आंदोलनों को दबाने की पूरी कोशिश की है। यही कारण है कि मप्र की भाजपा सरकार की झोली में रहने वाला किसान अचानक झोली से बाहर निकल गया है। ग्रामीण क्षेत्र में मप्र भाजपा ने भी सर्वे कराया।उसकी रिपोर्ट भी अनुकूल नहीं थी।भाजपा हाईकमान द्वारा मप्र की जमीनी हकीकत टटोलने के लिए जो सर्वे कराया है, उसमें भाजपा की हालत बेहद खराब है। यदि पार्टी माजूदा 165 विधायकों के भरोसे फिर से 2018 का विधानसभा चुनाव लड़ती है तो 100 से ज्यादा विधायको हार का सामना करना पड़ सकता है। सर्वे रिपोर्ट में 104 विधायकों पर सीधे तौर पर हार का खतरा बताया है। जिनमें से शिवराज सरकार के आधे मंत्री भी शामिल है। खाास बात यह है कि 70 विधायक तो ऐसे हैं, जिनका टिकट कटना लगभग तय हो चुका है। जबकि 30 विधायकों को खराब परफार्मेंस के बावजूद भी टिकट मिल सकता है, लेकिन उनकी जीत-हार का फैसला विपक्ष के प्रत्याशी चयन पर निर्भर करेगा। मप्र के जमीनी सर्वे के बाद भाजपा हाईकमान प्रत्यक्ष रूप से विधानसभा चुनाव में संगठन की कमान खुद संभालने की तैयारी में है|

 पंकज पाराशर छतरपुर|मंदसौर में मासूम से दुष्कर्म की घटना को लेकर पूरे प्रदेश के लोगों में गुस्सा है। इस घटना के बाद से प्रदेश की कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े होने लगे है। विपक्ष ने भी सरकार को कटघेरे में लाकर खड़ा कर दिया है। वही नीमच सांसद सुधीर गुप्ता बच्ची का हाल जानने इंदौर के एमवाय अस्पताल पहुंचे।यहां उन्होंने बच्ची और उसके अभिभावक से मुलाकात की।वही अभिभावकों को ढांढस बंधाते हुए सांसद ने आरोपी के लिए फांसी से भी बढ़कर सजा की मांग की है।फिलहाल बच्ची की हालत स्थिर बताई जा रही है।वही सीएम शिवराज ने भी इस मामले को फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाए जाने की बात कही है। उन्होंने कहा है कि इस केस की सुनवाई फ़ास्ट ट्रैक कोर्ट में की जायेगी। दुष्कर्म करने वाले आरोपियों को फांसी की सजा मिले इसके पूरे प्रयास किए जायँगे । मासूमों के साथ दुष्कर्म करने वाले राक्षसो को समाज मे रहने और जीने का कोई अधिकार नहीं।दरअसल, मंदसौर के बस स्टैंड के पीछे लक्ष्मण दरवाजे के पास झाड़ियों के बीच नाले किनारे एक बालिका बदहवास हालत में मिली। बदमाश ने अपहरण कर बालिका के साथ दुष्कर्म किया और वहां फेंक दिया। पुलिस ने एक आरोपी इमरान उर्फ भय्यू मेव पिता जहीर खां मदारपुरा (20) को गिरफ्तार किया है। वह हम्माली करता है। पुलिस ने बताया आरोपी नशे का आदी हैl स्कूल के बाहर बालिका को खड़ी देखकर मिठाई खिलाने के बहाने आरोपी अपने साथ ले गया।  दो-ढाई घन्टे तक वहीं रहा। बाद में उसने चाकू से गले पर वार किया। बेहोश होने पर उसे मरी हुई समझकर छोड़कर भाग गया। आरोपी पर शहर कोतवाली में दो अपराध दर्ज है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका उपचार हुआ और टांके लगाए गए। हालत गंभीर होने पर उसे इंदौर एमवायएच में रेफर कर दिया गया। फिलहाल मासूम इंदौर के एमवाय जिला अस्पताल में भर्ती है।मासूम का इलाज कर रहे डॉ. ब्रजेश लाहोटी ने बताया कि बच्ची को गंभीर चोट के निशान हैं। प्राइवेट पार्ट्स को संक्रमित होने से बचाने और रैक्टम से मोशन पास हो सके, इसलिए आंतों को काटकर बाहर से रास्ता (कोलेस्टोमी) बनाया गया। एक यूनिट ब्लड भी चढ़ाया गया है।वार्ड को कांच की दीवारों से दो हिस्सों में बांटा गया है। बच्ची के पास दो पुलिसकर्मी तैनात हैं। दो वार्ड में और दो वार्ड के बाहर पहरा दे रहे हैं। परिवार को भी किसी से मिलने नहीं दिया जा रहा।  हालत अभी स्थिर है।हालांकि बच्ची अभी भी सदमे में है, इससे बाहर निकलने में उसे वक्त लगेगा।


पब्लिक मीडिया हरपालपुर|स्टेशन पर आज एक यात्री  चलती ट्रेन से गिर  गंभीर रूप से घायल हो गया जानकारी के अनुसार  युवक महोबा अपने कार्य से जा रहा था जैसे ही ट्रेन प्लेटफार्म पर आई तो युवक ने ट्रेन पर चढ़ा और जगह ना होने के कारण ट्रेन के दरवाजे पर बैठ गया जब ट्रेन चलने लगी तो ट्रेन में भीड़  होने पर उसे बैठने की  जगह ना मिलने पर युवक  ट्रेन के गेट पर बैठ गया और किसी यात्री का धक्का लगने  चलती ट्रेन से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गया ,  घायल युवक निवासी छतरपुर के वार्ड नंबर 1 का रहने वाला बताया जा रहा है ,युवक को तुरंत सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नौगांव लाया गया जहां उपचार कर हालत गंभीर होने के कारण जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया


हरपालपुर : हरपालपुर के ग्राम  सरसेड़   निवासी 60 वर्ष  लाला रामपाल पिता अजुद्दी पाल वर्षीय किसान ने अज्ञात कारणों के चलते फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली ,
मारने वाले के परिवार की सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया मार्ग कायम कर जांच शुरु कर दी है थाना पुलिस से मिली सूचना के अनुसार 60 वर्षीय वृद्ध  किसान ने सुबह समय  लगभग 9:00 बजे  सरपंच प्रतिनिधि बृजेंद्र अरजरिया के घर के सामने स्थित गाय बांधने वाले मकान में सीमेंट के खंबे से  रस्सी बांधकर  फांसी लगा ली , परिवार वालों ने तब मृतक के फांसी लगाने की जानकारी लगी तो मृतक के पुत्र रवि पाल थाना हरपालपुर पहुंचकर पिता के फांसी लगने की सूचना तत्काल थाना पुलिस को दी

भोपाल|जिस प्रदेश में बच्चियों से हैवानियत की सजा फांसी हो, जहां के मुख्यमंत्री प्रदेश की बच्चियों को भांजियां मानते हो ऐसे प्रदेश में भी महिला अपराधों की घटनाएं चौंकाती है| एक और दरिंदगी का मामला मंदसौर में सामने आयाlजहां बदमाश ने एक 8 साल की बालिका का अपहरण कर अपनी हवस का शिकार बनाया और झाड़ियों में फेंक दियाIइस घटना से इलाके में बेहद आक्रोश है, वहीं कांग्रेस ने इस घटना को लेकर प्रदेश सरकार को निशाने पर लिया हैI गुना शिवपुरी लोकसभा क्षेत्र के सांसद एवं मध्य प्रदेश चुनाव समिति के अध्यक्ष ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सरकार से सवाल किया है आखिर बहन बेटियों को कब सुरक्षित माहौल मिलेगाlमंदसौर में हुई घटना को उन्होंने कहा है "प्रदेश में मासूम बालिकाओं के साथ दरिंदगी की घटनाएँ जारी,मंदसौर की घटना निंदनीय।हाल ही के सर्वे में सामने आया कि भारत में महिलाएँ सबसे ज़्यादा असुरक्षित है,वहीं मध्य प्रदेश महिला अपराध में देश में पहले से ही नंबर एक है। इन घटनाओं पर कब रोक लगेगी? कब बहन-बेटियाँ को सुरक्षित माहौल मिलेगा?"
दरअसल, बुधवार को मंदसौर के बस स्टैंड के पीछे लक्ष्मण दरवाजे के पास झाड़ियों के बीच नाले किनारे एक बालिका बदहवास हालत में मिली। बदमाश ने अपहरण कर बालिका के साथ दुष्कर्म किया और वहां फेंक दिया। पुलिस ने एक आरोपी इमरान उर्फ भय्यू मेव पिता जहीर खां मदारपुरा (20) को गिरफ्तार किया है। वह हम्माली करता है। पुलिस ने बताया आरोपी नशे का आदी है।  मंगलवार को स्कूल के बाहर बालिका को खड़ी देखकर मिठाई खिलाने के बहाने आरोपी अपने साथ ले गया।  दो-ढाई घन्टे तक वहीं रहा। बाद में उसने चाकू से गले पर वार किया। बेहोश होने पर उसे मरी हुई समझकर छोड़कर भाग गया। आरोपी पर शहर कोतवाली में दो अपराध दर्ज है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और बच्ची को अस्पताल पहुंचाया, जहां उसका उपचार हुआ और टांके लगाए गए। हालत गंभीर होने पर उसे इंदौर एमवायएच में रेफर कर दिया गया।  

पंकज पाराशर छतरपुर| नई दिल्ली हरियाणा की मशहूर डांसर सपना चौधरी को आज कौन नहीं जानता| उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिस शहर में भी उनका शो होता है, वहां हॉउसफुल हो जाता है और उनकी झलक के लिए कई बार हंगामे में भी हो जातेlअब सपना की लोकप्रियता का लाभ कांग्रेस को मिल सकता हैlसपना की कांग्रेस से नजदीकी बढ़ी है, वो आने वाले चुनाव में कांग्रेस के लिए प्रचार भी कर सकती है| यह बात भाजपा को खटक गई है और भाजपा के एक सांसद सपना चौधरी को ठुमके वाली बता कर विवादों में घिर गए हैं| उनका चौतरफा विरोध हो रहा है, वहीं सपना चौधरी ने भी उनके 'ठुमकेवली' बयान पर पलटवार करते हुए करारा जवाब दिया है| 
दरअसल, पिछले दिनों कांग्रेस मुख्यालय पहुंचने के बाद सपना चौधरी ने कहा था कि मुझे सोनिया जी, राहुल जी और प्रियंका जी बहुत अच्छी लगती हैंlमैं उनसे मिलने आई थी लेकिन उनसे नहीं मिल पाईlआने वाले समय में मैं उनसे जरूर मिलूंगीlक्या वह कांग्रेस में शामिल होंगी इस सवाल पर सपना ने कहा ‘मैं राजनीति में नहीं आऊंगी. मैं पार्टी के लिए प्रचार कर सकती हूं’  सपना के इस बयान के बाद उनको लेकर बयानबाजी शुरू हो गईlहरियाणा के करनाल से बीजेपी सांसद अश्विनी कुमार चोपड़ा ने इसको लेकर कहा,कांग्रेस में ठुमके लगाने वाले जो हैं, वही ठुमके लगाएंगे, ये उनको देखना है कि ठुमके लगाने हैं या चुनाव जीतना हैIभाजपा सांसद के बयान पर सपना चौधरी ने पलटवार करते हुए कहा, ऐसे बयान से उनकी मानसिकता झलक गई है, मैं मनोरंजन करती हूं, मैं अपने काम पर फोकस करती हूं, वे वरिष्ठ शख्स हैं, इसलिए मैं उन्हें माफी मांगने को नहीं कहूँगी| सपना ने आगे कहा कि अश्विनी चोपड़ा भी मेरे ठुमके देखते होंगे, इसलिए उन्होंने ऐसा बयान दिया है, मैं तो उन्हें धन्यवाद कहती हूं|

पब्लिक मीडिया:आशीष रैकवार छतरपुर| जिले में जल ही जीवन को लेकर समाज सेवीयों की अनोखी पहल !
 हमारे शहर छतरपुर में संकट मोचन ग्वालमगरा, किशोर सागर प्रताप सागर ,सांतरी तलैया,  विंधवासनी तलैया रानी  तलैया आदि तलाब है जो शहर के जल स्तर को बनाए रखने के साथ-साथ शहर की सुंदरता को भी बढ़ाते हैं लेकिन अत्यंत दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है की प्रशासनिक उपेक्षा के कारण सभी तालाब अतिक्रमण के शिकार हो रहे हैं शहर के जल संरक्षण एवं पर्यावरण प्रेमियों द्वारा प्रशासन से तालाबों को बचाने के लिए बार-बार ज्ञापन एवं व्यक्तिगत आग्रह किया गया लेकिन हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी अतिक्रमण नहीं हटाया गया तब अतिक्रमण से मृतप्राय तालाबों की शव यात्रा निकालकर अनोखा विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया !
 समाजसेवियों ने दिनांक 14 जून 2018 में तालाबों की  विधिवत आरती सजाकर मुंडन कराया फूट-फूट कर रोए और फिर सभा यात्रा निकालकर रीति रिवाज के साथ छत्रसाल चौराहे पर अंतिम संस्कार किया तत्पश्चात सभी रतालाबों में प्रतिदिन दिए रखे गये  एवं 22 जून अस्थि विसर्जन एवम शोक सभा का आयोजन किया गया ,
 इसी तरह बुधवार 27 जून 2018 को गंगा जली पूजन एवं त्रयोदशी एवं प्रसाद वितरण का आयोजन छत्रसाल चौराहे पर  शाम को 4:00 बजे किया जा रहा है!
समाजसेवियों ने मिलकर नगर में रहने वाले समाजसेवी पत्रकार बंधुओं व 
प्रशासनिक अधिकारियों को भी देने पहुंचे तालाबों की तेरहवीं के  शोकपत्र ।
एडीएम  डीके मौर्य, प्रभारी कलेक्टर हर्ष दीक्षित, भू-अभिलेख  अधीक्षक अदित्य सौनकिया, तहसीलदार अलोक वर्मा सहित कई प्रशासनिक अधिकारी और कर्मचरियों को दिया गया आमंत्रण !!

आज की कहानी 
फेसबुक पहल 


एक पुरानी सी इमारत में था वैद्यजी का मकान था। पिछले हिस्से में रहते थे और अगले हिस्से में दवाख़ाना खोल रखा था। उनकी पत्नी की आदत थी कि दवाख़ाना खोलने से पहले उस दिन के लिए आवश्यक सामान एक चिठ्ठी में लिख कर दे देती थी। वैद्यजी गद्दी पर बैठकर पहले भगवान का नाम लेते फिर वह चिठ्ठी खोलते। पत्नी ने जो बातें लिखी होतीं, उनके भाव देखते , फिर उनका हिसाब करते। फिर परमात्मा से प्रार्थना करते कि हे भगवान ! मैं केवल तेरे ही आदेश के अनुसार तेरी भक्ति छोड़कर यहाँ दुनियादारी के चक्कर में आ बैठा हूँ। वैद्यजी कभी अपने मुँह से किसी रोगी से फ़ीस नहीं माँगते थे। कोई देता था, कोई नहीं देता था किन्तु एक बात निश्चित थी कि ज्यों ही उस दिन के आवश्यक सामान ख़रीदने योग्य पैसे पूरे हो जाते थे, उसके बाद वह किसी से भी दवा के पैसे नहीं लेते थे चाहे रोगी कितना ही धनवान क्यों न हो।

एक दिन वैद्यजी ने दवाख़ाना खोला। गद्दी पर बैठकर परमात्मा का स्मरण करके पैसे का हिसाब लगाने के लिए आवश्यक सामान वाली चिट्ठी खोली तो वह चिठ्ठी को एकटक देखते ही रह गए। एक बार तो उनका मन भटक गया। उन्हें अपनी आँखों के सामने तारे चमकते हुए नज़र आए किन्तु शीघ्र ही उन्होंने अपनी तंत्रिकाओं पर नियंत्रण पा लिया। आटे-दाल-चावल आदि के बाद पत्नी ने लिखा था, "बेटी का विवाह 20 तारीख़ को है, उसके दहेज का सामान।" कुछ देर सोचते रहे फिर बाकी चीजों की क़ीमत लिखने के बाद दहेज के सामने लिखा, '' यह काम परमात्मा का है, परमात्मा जाने।''

एक-दो रोगी आए थे। उन्हें वैद्यजी दवाई दे रहे थे। इसी दौरान एक बड़ी सी कार उनके दवाखाने के सामने आकर रुकी। वैद्यजी ने कोई खास तवज्जो नहीं दी क्योंकि कई कारों वाले उनके पास आते रहते थे। दोनों मरीज दवाई लेकर चले गए। वह सूटेड-बूटेड साहब कार से बाहर निकले और नमस्ते करके बेंच पर बैठ गए। वैद्यजी ने कहा कि अगर आपको अपने लिए दवा लेनी है तो इधर स्टूल पर आएँ ताकि आपकी नाड़ी देख लूँ और अगर किसी रोगी की दवाई लेकर जाना है तो बीमारी की स्थिति का वर्णन करें। 

वह साहब कहने लगे "वैद्यजी! आपने मुझे पहचाना नहीं। मेरा नाम कृष्णलाल है लेकिन आप मुझे पहचान भी कैसे सकते हैं? क्योंकि मैं 15-16 साल बाद आपके दवाखाने पर आया हूँ। आप को पिछली मुलाकात का हाल सुनाता हूँ, फिर आपको सारी बात याद आ जाएगी। जब मैं पहली बार यहाँ आया था तो मैं खुद नहीं आया था अपितु ईश्वर मुझे आप के पास ले आया था क्योंकि ईश्वर ने मुझ पर कृपा की थी और वह मेरा घर आबाद करना चाहता था। हुआ इस तरह था कि मैं कार से अपने पैतृक घर जा रहा था। बिल्कुल आपके दवाखाने के सामने हमारी कार पंक्चर हो गई। ड्राईवर कार का पहिया उतार कर पंक्चर लगवाने चला गया। आपने देखा कि गर्मी में मैं कार के पास खड़ा था तो आप मेरे पास आए और दवाखाने की ओर इशारा किया और कहा कि इधर आकर कुर्सी पर बैठ जाएँ। अंधा क्या चाहे दो आँखें और कुर्सी पर आकर बैठ गया। ड्राइवर ने कुछ ज्यादा ही देर लगा दी थी। 

एक छोटी-सी बच्ची भी यहाँ आपकी मेज़ के पास खड़ी थी और बार-बार कह रही थी, '' चलो न बाबा, मुझे भूख लगी है। आप उससे कह रहे थे कि बेटी थोड़ा धीरज धरो, चलते हैं। मैं यह सोच कर कि इतनी देर से आप के पास बैठा था और मेरे ही कारण आप खाना खाने भी नहीं जा रहे थे। मुझे कोई दवाई खरीद लेनी चाहिए ताकि आप मेरे बैठने का भार महसूस न करें। मैंने कहा वैद्यजी मैं पिछले 5-6 साल से इंग्लैंड में रहकर कारोबार कर रहा हूँ। इंग्लैंड जाने से पहले मेरी शादी हो गई थी लेकिन अब तक बच्चे के सुख से वंचित हूँ। यहाँ भी इलाज कराया और वहाँ इंग्लैंड में भी लेकिन किस्मत ने निराशा के सिवा और कुछ नहीं दिया।" 

आपने कहा था, "मेरे भाई! भगवान से निराश न होओ। याद रखो कि उसके कोष में किसी चीज़ की कोई कमी नहीं है। आस-औलाद, धन-इज्जत, सुख-दुःख, जीवन-मृत्यु सब कुछ उसी के हाथ में है। यह किसी वैद्य या डॉक्टर के हाथ में नहीं होता और न ही किसी दवा में होता है। जो कुछ होना होता है वह सब भगवान के आदेश से होता है। औलाद देनी है तो उसी ने देनी है। मुझे याद है आप बातें करते जा रहे थे और साथ-साथ पुड़िया भी बनाते जा रहे थे। सभी दवा आपने दो भागों में विभाजित कर दो अलग-अलग लिफ़ाफ़ों में डाली थीं और फिर मुझसे पूछकर आप ने एक लिफ़ाफ़े पर मेरा और दूसरे पर मेरी पत्नी का नाम लिखकर दवा उपयोग करने का तरीका बताया था।

मैंने तब बेदिली से वह दवाई ले ली थी क्योंकि मैं सिर्फ कुछ पैसे आप को देना चाहता था। लेकिन जब दवा लेने के बाद मैंने पैसे पूछे तो आपने कहा था, बस ठीक है। मैंने जोर डाला, तो आपने कहा कि आज का खाता बंद हो गया है। मैंने कहा मुझे आपकी बात समझ नहीं आई। इसी दौरान वहां एक और आदमी आया उसने हमारी चर्चा सुनकर मुझे बताया कि खाता बंद होने का मतलब यह है कि आज के घरेलू खर्च के लिए जितनी राशि वैद्यजी ने भगवान से माँगी थी वह ईश्वर ने उन्हें दे दी है। अधिक पैसे वे नहीं ले सकते। 

मैं कुछ हैरान हुआ और कुछ दिल में लज्जित भी कि मेरे विचार कितने निम्न थे और यह सरलचित्त वैद्य कितना महान है। मैंने जब घर जा कर पत्नी को औषधि दिखाई और सारी बात बताई तो उसके मुँह से निकला वो इंसान नहीं कोई देवता है और उसकी दी हुई दवा ही हमारे मन की मुराद पूरी करने का कारण बनेंगी। आज मेरे घर में दो फूल खिले हुए हैं। हम दोनों पति-पत्नी हर समय आपके लिए प्रार्थना करते रहते हैं। इतने साल तक कारोबार ने फ़ुरसत ही न दी कि स्वयं आकर आपसे धन्यवाद के दो शब्द ही कह जाता। इतने बरसों बाद आज भारत आया हूँ और कार केवल यहीं रोकी है।

वैद्यजी हमारा सारा परिवार इंग्लैंड में सेटल हो चुका है। केवल मेरी एक विधवा बहन अपनी बेटी के साथ भारत में रहती है। हमारी भान्जी की शादी इस महीने की 21 तारीख को होनी है। न जाने क्यों जब-जब मैं अपनी भान्जी के भात के लिए कोई सामान खरीदता था तो मेरी आँखों के सामने आपकी वह छोटी-सी बेटी भी आ जाती थी और हर सामान मैं दोहरा खरीद लेता था। मैं आपके विचारों को जानता था कि संभवतः आप वह सामान न लें किन्तु मुझे लगता था कि मेरी अपनी सगी भान्जी के साथ जो चेहरा मुझे बार-बार दिख रहा है वह भी मेरी भान्जी ही है। मुझे लगता था कि ईश्वर ने इस भान्जी के विवाह में भी मुझे भात भरने की ज़िम्मेदारी दी है।

वैद्यजी की आँखें आश्चर्य से खुली की खुली रह गईं और बहुत धीमी आवाज़ में बोले, '' कृष्णलाल जी, आप जो कुछ कह रहे हैं मुझे समझ नहीं आ रहा कि ईश्वर की यह क्या माया है। आप मेरी श्रीमती के हाथ की लिखी हुई यह चिठ्ठी देखिये।" और वैद्यजी ने चिट्ठी खोलकर कृष्णलाल जी को पकड़ा दी। वहाँ उपस्थित सभी यह देखकर हैरान रह गए कि ''दहेज का सामान'' के सामने लिखा हुआ था '' यह काम परमात्मा का है, परमात्मा जाने।''

काँपती-सी आवाज़ में वैद्यजी बोले, "कृष्णलाल जी, विश्वास कीजिये कि आज तक कभी ऐसा नहीं हुआ कि पत्नी ने चिठ्ठी पर आवश्यकता लिखी हो और भगवान ने उसी दिन उसकी व्यवस्था न कर दी हो। आपकी बातें सुनकर तो लगता है कि भगवान को पता होता है कि किस दिन मेरी श्रीमती क्या लिखने वाली हैं अन्यथा आपसे इतने दिन पहले ही सामान ख़रीदना आरम्भ न करवा दिया होता परमात्मा ने। वाह भगवान वाह! तू महान है तू दयावान है। मैं हैरान हूँ कि वह कैसे अपने रंग दिखाता है।"

वैद्यजी ने आगे कहा,सँभाला है, एक ही पाठ पढ़ा है कि सुबह परमात्मा का आभार करो, शाम को अच्छा दिन गुज़रने का आभार करो, खाते समय उसका आभार करो, सोते समय उसका आभार करो।

अच्छा लगे तो share जरूर करे II

पब्लिक मीडिया :डकैत के रूप में वह औरत रॉबिनहुड की तरह गरीबों की पैरोकार समझी जाती थी। सबसे पहली बार 1981 में वह राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय सुर्खियों में तब आई जब उसने ऊंची जातियों के बाइस लोगों का एक साथ तथाकथित (नरसंहार) किया जो (ठाकुर) जाति के (ज़मींदार) लोग थे। हम बात कर रहे हैं दस्यु सुंदरी फूलन देवी की। जिसने 14 फरवरी के दिन 20 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था, बदला लेने के बाद यह महिला अपने जैसे तमाम महिलाअाें के लिए मसीहा बन गई। जुर्म की दुनिया छाेड़कर लाेगाें ने इसे संसद तक पहुंचाया। अपनी छोटी सी जिंदगी में इस औरत ने तमाम दुख झेले। यही वजह थी यूपी के एक छोटे से गांव से ताल्लुक रखने वाली ये औरत पूरी दुनिया में चर्चित हो गई।

जानिए फूलन देवी के बारे में कुछ अनसुनी बातें...

आउटलॉ नाम की एक किताब छपी 

चंबल के बीहड़ों से संसद पहुँचने वाली फूलन देवी पर ब्रिटेन में आउटलॉ नाम की एक किताब प्रकाशित हुई है जिसमें उनके जीवन के कई पहलुओं पर चर्चा की गई है। फूलन देवी को मिली जेल की सजा के बारे में पढ़ने के लेखक रॉय मॉक्सहैम ने 1992 में उनसे पत्राचार शुरू किया। जब फूलन देवी ने उनके पत्र का जवाब दिया तो रॉय मॉक्सहैम भारत आए और उन्हें फूलन देवी को करीब से जानने का मौका मिला।  

उत्तर प्रदेश के जालौन के पास बने पूरवा गांव में 10 अगस्त 1963 में फूलन देवी का जन्म हुआ था। इसी गांव से उसका कहानी भी शुरू होती है। जहां वह अपने मां-बाप और बहनों के साथ रहती थी। कानपुर के पास स्थित इस गांव में फूलन के परिवार को मल्लाह होने के चलते ऊंची जातियों के लोग हेय दृष्टि से देखते थे। इनके साथ गुलामों जैसा बर्ताव किया जाता था। फूलन के पिता की सारी जमीन उसके भाई से झगड़े में छिन गई थी। फूलन के पिता जो कुछ भी कमाते वह जमीन के झगड़े के चलते वकीलों की फीस में चला जाता।

फूलन इसी तरह के दमघोंटू माहौल में पलते-पलते अंदर से बदले की आग से जलने लगी। उसकी इस जलन को सुलगाने में उसकी मां ने भी आग में घी का काम किया। जब फूलन 11 साल की हुई, तो उसके चचेरे भाई मायादिन ने उसको गांव से बाहर निकालने के लिए उसकी शादी पुट्टी लाल नाम के बूढ़े आदमी से करवा दी गई। फूलन के पति ने शादी के तुरंत बाद ही उसका रेप किया और उसे प्रताडित करने लगा। परेशान होकर फूलन पति का घर छोड़कर वापस मां-बाप के पास आकर रहने लगी।

गांव में ही फूलन ने अपने परिवार के साथ मजदूरी करना शुरू कर दिया। यहीं से लोगों को फूलन के विद्रोही स्वभाव के नजारे देखने को मिले। एक बार तो जब एक आदमी ने फूलन को मकान बनाने में की गई मजदूरी का मेहनताना देने से मना कर दिया, तो उसने रात को उस आदमी के मकान को ही कचरे के ढेर में बदल दिया।

उस समय फूलन 15 साल की थी जब कुछ दबंगों ने घर में ही उसके मां-बाप के सामने उसके साथ गैंगरेप किया। बावजूद फूलन के तेवर कमजोर नहीं पड़े। उसके बाद गांव के दबंगों ने एक दस्यु गैंग को कहकर फूलन का अपहरण करवा दिया। बस यहीं से शुरू हुआ फूलन के डकैत बनने की कहानी और उसने 14 फरवरी 1981 को बहमई में 20 ठाकुरों को लाइन में खड़ा करके मारी गोली मार दी। इस घटना ने फूलन देवी का नाम बच्चे की ज़ुबान पर ला दिया था। फूलन देवी का कहना था उन्होंने ये हत्याएं बदला लेने के लिए की थीं।

कहा जाता था कि फूलन देवी का निशाना बड़ा अचूक था और उससे भी ज़्यादा कठोर था उनका दिल। उनके जीवन पर कई फ़िल्में भी बनीं लेकिन पुलिस का डर उन्हें हमेशा बना रहता था। साथ ही ख़ासकर ठाकुरों से उनकी दुश्मनी थी इसलिए उन्हें अपनी जान का ख़तरा हमेशा महसूस होता था। चंबल के बीहड़ों में पुलिस और ठाकुरों से बचते-बचते शायद वह थक गईं थीं इसलिए उन्होंने हथियार डालने का मन बना लिया।

1994 में जेल से रिहा होने के बाद वे 1996 में सांसद चुनी गईं। समाजवादी पार्टी ने जब उन्हें लोक सभा का चुनाव लड़ने के लिए टिकट दिया तो काफ़ी हो हल्ला हुआ कि एक डाकू को संसद में पहुँचाने का रास्ता दिखाया जा रहा है। वह दो बार लोकसभा के लिए चुनी गईं। लेकिन 2001 में केवल 38 साल की उम्र में दिल्ली में उनके घर के सामने फूलन देवी की हत्या कर दी गई थी। खुद को राजपूत गौरव के लिए लड़ने वाला योद्धा बताने वाले शेर सिंह राणा ने फूलन की हत्या के बाद दावा किया था 1981 में मारे गए सवर्णों की हत्या का बदला लिया है।


पब्लिक मीडिया:आशीष रैकवार हरपालपुर|नगर में फिर से  चोर गैंग सक्रिय हो गया है। रात होते ही चोर गैंग उन घरों की तलास में रहता हे ! जिन घरों में ताले पढ़े हो ,जो की शूनसान कालौनी में बने हो ,जहां कोई आता जाता न हो , राजा कॉलोनी में यह चर्चा हो रही ,चोर गैंग अब खंभों पर लगी लाइटें को पत्थर मारकर तोड़ने लगे हैं ,जिससे कि अंधेरा हो जाता और चोर अपने काम को अंजाम देने में आसानी हो जाती है !
 पिछले एक सप्ताह नगर के वार्ड न .10 में हुई थी चोरी घटना
 डायल 100 नंबर पर पुलिस को सूचना मिलते ही ,  मौके पर तत्काल पहुंची पुलिस , लेकिन तब तक चोर भग चूके थे ,
 बता दें ,कि इसी माह मोहल्ला राजा कॉलोनी निवासी उमाकांत मिश्रा  बदमाशों ने रात्री लगभग समय 12 बजे घर में चोरी की बारदात हुई थी ,नगद कुछ  रूपय घर से चोरी हुये। इसके अलावा इसी सप्ताह चोरों की गैंग को फिर से नगर में  वार्ड में देखा गया है। इसकी वात की सूचना वार्ड न 10 के वासी इरसाद राईन ने पुलिस को थाने में जाकर सूचना दी !! 

इनका कहना :  पुलिस डायल 100 की गाड़ी पूरे नगर में चक्कर लगाती रहती है , रोजना पुलिस वल स्टाफ रात बाजार में गस्त देते हैं , यदि नगर में किसी भी वार्ड में किसी को भी रात के समय ऐसा कोई अनजान व्यक्ति नजर आता है ,तो वार्ड की  जनता  एकत्रित होकर उसको पकड़ें य  तुरंत 100 नंबर डायल कर पुलिस को सूचना दें !!
थाना प्रभारी हरपालपुर :अमित जादौन





पब्लिक मीडिया छतरपुर :
शनिवार को नगर छतरपुर में महाराजा 
छत्रसाल जयंती पर महाराजा छत्रसाल की विशाल शोभायात्रा निकली गई जिसमें सभी वर्गों एवं धर्मों के लोग शामिल हुए। यह शोभायात्रा का श्री राम चरित मानस मैदान छतरपुर से शाम छः बजे प्रारंभ शोभायात्रा चौक बाजार, महल तिराहा, होते हुए छत्रसाल चौराहा पहुंची जहां पर महाराजा छत्रसाल की प्रतिमा की पूजा अर्चना कर माल्यापर्ण किया गया। इस शोभायात्रा में अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के जिलाध्यक्ष रवि प्रताप सिंह गब्बर राजा,बजरंग दल जिला संयोजक अभिषेक परिहार, मजदूर संघ के जिलाध्यक्ष गिरजा पाटकर, विहिप के जिला मंत्री धीरज सेठ, कांग्रेस नेता अरुण मिश्रा,बजरंग दल जिला मीडिया प्रभारी विक्रम सिंह परिहार, दिलीप क्षत्रिय, नीशू परिहार, संतोष विश्कर्मा, बजरंग दल सह संयोजक सौरभ खरे, युवराज सिंह सोलंकी, अमन बाजपेयी, सतेंद्र सिंह,अभय सिंह, सहित भारी संख्या में नगरवासी शामिल हुए जिन्होंने महाराजा छत्रसाल की वीरता एवं समाज की एकता, अखंडता के लिए उनके योगदान को याद किया।

पंकज पाराशर छतरपुर|मध्यप्रदेश में नवंबर 2018 में होने वाले विधानसभा चुनावों की उल्टी गिनती शुरु हो गई है। भाजपा अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के इस नारे 'अबकी बार 200 पार 'को पूरी तरह लागू करने के लिए कमर कस के तैयार है। भाजपा के आंतरिक सर्वे में यह बात भी सामने आई है कि कई विधायकों के खिलाफ भारी जन आक्रोश है और मौजूदा स्थिति में यदि उन्हें टिकट दिया जाता है तो उनका जीतना संभव नहीं। ऐसे में शिवराज सरकार के कुछ काबीना मंत्रियों के टिकट भी खतरे में है

स्वास्थ्य कारण: स्वास्थ्य कारणों के चलते इस बार कुसुम मेहदेले और हर्ष सिंह को टिकट नहीं दिया जाएगा ,यह लगभग तय हो चुका है ।
एंटी इनकंबेंसी : एंटी इनकंबेंसी के चलते क्षेत्र में बढ़ता हुआ जनाक्रोश भी कई मंत्रियों के टिकट कटवा सकता है। ऐसे मंत्रियों में वित्त मंत्री जयंत मलैया, वन मंत्री गौरीशंकर शेजवार, उच्च शिक्षा मंत्री जयभान सिंह पवैया, नगरीय प्रशासन मंत्री माया सिंह, ऊर्जा मंत्री पारस जैन, खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री ओमप्रकाश धुर्वे ,कृषि मंत्री गौरीशंकर बिसेन, राज्यमंत्री ललिता यादव, स्वास्थ्य मंत्री रुस्तम सिंह, पर्यटन मंत्री सुरेंद्र पटवा ,चिकित्सा शिक्षा मंत्री शरद जैन के नाम शामिल है हालांकि संघ में अपनी पकड़ के चलते जयभान सिंह पवैया टिकट के प्रति आश्वस्त हैं, वहीं माया सिंह क्षेत्र बदल सकती हैं lजयंत मलैया ,गोपाल भार्गव,गौरीशंकर बिसेन और गौरीशंकर शेजवार अपने अपने पुत्र या पुत्री को टिकट दिलाने की कोशिश कर सकते हैं वहीं मध्य प्रदेश के कद्दावर नेता और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय अपने पुत्र को टिकट दिलाने के लिए दम खम लगाते नजर आएंगे। हालांकि माया सिंह और  रुस्तम सिंह भी उन मंत्रियों में शामिल है जो अपने अपने पुत्रों के लिए इस बार टिकट मांग सकते हैं। हालाकि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में कई ऐसे मंत्री भी शामिल है जिन्होंने क्षेत्र में न केवल जनता से सीधा संवाद लगातार कायम रखा बल्कि अपनी पकड़ और ज्यादा मजबूत की है । ऐसे मंत्रियों में जनसंपर्क मंत्री नरोत्तम मिश्रा, उद्योग मंत्री राजेंद्र शुक्ल, पंचायत और ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव, गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह, खेल एवं युवक कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, महिला बाल विकास मंत्री अर्चना चिटनीस, तकनीकी शिक्षा मंत्री दीपक जोशी और स्कूल शिक्षा मंत्री विजय शाह शामिल हैI

Sanju New Poster
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संजु का नया पोस्टर हुआ रिलीज जिसमे रणबीर कपूर और परेश रावल एक दूसरे से गले मिल रहे है #JaaduKiJhappi 



मध्य प्रदेश कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड भोपाल के माध्यम से जिला प्रशासन छतरपुर के मार्गदर्शन में जिला रोजगार कार्यालय छतरपुर द्वारा दिनांक 23 जून  को छतरपुर में किया जा रहा है  जिसमें टेक्सटाइल क्षेत्र की लगभग 10 प्रतिष्ठित कंपनियां भाग लेंगीं इस रोजगार मेला18 वर्ष से 35 वर्ष के कक्षा 5वीं से लेकर 12वीं पास आवेदक भाग ले सकते हैं सफल अभ्यर्थियों के लिए योग्यतानुसार मासिक वेतन, आवास सुविधा ,भविष्य निधि एवं अन्य भत्ते प्राप्त होंगें एवं मध्यप्रदेश के टेक्सटाइल औद्योगिक संस्थानों में नौकरी प्राप्त होगी। इस रोजगार मेले में भाग लेने के इच्छुक आवेदक विभागीय वेबसाइट www.mprojgar.gov.in पर जाकर छतरपुर जिले में रोजगार मेला में क्लिक कर पंजीयन कर सकते हैं । समस्त मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत ग्राम पंचायतों में सूचना भिजवाने का कष्ट करें मुख्य नगर पालिका अधिकारी समस्त नगरीय क्षेत्रों में उक्त मेला का प्रचार प्रसार करवाये जाने का कष्ट करें
जिला प्रशासन छतरपुर सभी योग्य/इक्छुक वेरोजगार आवेदकों से इस रोजगार मेला में भाग लेने की अपील करता है।
एस के जैन 
जिला रोजगार अधिकारी छतरपुर



पब्लिक मीडिया आशीष रैकवार हरपालपुर :आज जहाँ पूरे देश में ईद ( ईद उल फितर ) का त्योहार पूरे हर्सोल्लास के साथ मनाया गया तो मुस्लिम भाइयों ने ईद की नमाज ईदगाह में अदा की। नमाज अदा करने के बाद सभी लोगों ने गले मिलकर एक दूसरे को ईद की मुबारकबाद दी। 

     हिन्दू और मुस्लिम दोनों ही समुदाय के लोगों ने भाईचारे के साथ गले मिलकर ईद के त्योहार की मुबारकबाद दी।

 मीठी ईद को ईद उल फितर कहा जाता है। पहली बार ईद उल-फितर 624 ईस्वी में मनाई गई थी।

   ईद मुस्लिमों का सबसे बड़ा त्यौहार है। हिन्दी में ईद का अर्थ त्योहार या पर्व होता है। मुस्लिम समाज के लोग ईद के दिन खुशियाँ मनाते हैं, दावत का लुत्फ उठाते हैं, नये कपड़े पहनते हैं, औऱ ईदगाह जाकर खुदा की इबादत करते हैं, सिर्फ मुसलमान नहीं बल्कि सभी धर्मों के लोग ईद के जश्न में बढ़चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। ईद का दिन चाँद तय करता है। रमजान माह की आखिरी रात को लोग चाँद का दीदार करने के बाद ही अगली सुबह ईद मनाई जाती है।

इस्लाम धर्म में साल में दो बार ईद मनाई जाती है, पहली मीठी ईद जिसे ईद उल-फितर कहा जाता है और दूसरी बकराईद जिसे ईद उल जुहा कहा जाता है। रमजान के महीने में 30 दिन के रोजे के बाद जो ईद होती है उसे ईद उल फितर कहते हैं, इसे मीठी ईद भी कहा जाता है। 
     
मान्यता है कि पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में विजय हासिल की थी, इसी खुशी में ईद उल-फितर मनाई जाती है, माना जाता है कि पहली बार ईद उल-फितर 624 ईस्वी में मनाई गई थी इस दिन मीठे पकवान बनाये और  खाये जाते हैं। दान देकर अल्लाह को याद किया जाता है। इस दान को इस्लाम में फितरा कहते हैं।इस ईद में सभी आपस में गले मिलकर अल्लाह से सुख-शान्ति और बरकत के लिये दुआएं मांगते हैं।


पब्लिक मीडिया ग्वालियर: तेजी से फैल रहा जापानी वायरस दिल्ली उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश चारों तरफ खतरनाक वायरस सावधान अपने आसपास की गंदगी ना रहने दें ,सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें,

 राजधानी भोपाल में पिछले दिनों जैपनीज एनसेफेलाइटिस (जापानी बुखार) से हुई दो बच्चों की मौत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में अलर्ट जारी किया है। ग्वालियर में भी CMHO, सिविल सर्जन और जिला मलेरिया अधिकारी को इस सम्बन्ध में पत्र मिला है। 

उप संचालक संचालनालय स्वास्थ्य सेवाएं डॉ हिमांशु जायसवार के नाम से जारी पत्र में इस बीमारी के प्रकरण प्रदेश में सामने आने की बात कही गई है। डॉ हिमांशु के अनुसार मच्छर के काटने होने वाली ये बीमारी जैपनीज एनसेफेलाइटिस वायरस (JEV) के कारण होती है। जो वेक्टर मॉस्क्वीटो क्यूलेक्स ट्रीटेनिओरिनचूस एवं अन्य मच्छर द्वारा फैलाई जाती है। इस वायरस का होस्ट पिग यानि सूअर होता है। तथा संक्रमित मच्छर से मनुष्यों तक बीमारी का संक्रमण पहुँचता है। ये बीमारी बच्चों में ज्यादा पाई जाती है। इससे मृत्यु तक की सम्भावना रहती है। 

प्रदेश में जैपनीज एनसेफेलाइटिस का पोजिटिव पाया जाना चिंताजनक है इसलिए इस बीमारी के संभावित मरीज सामने आते है भारत सरकार की गाइड लाइन के अनुसार उपचार किया जाये। 

पत्र मिलने के बाद ग्वालियर CMHO डॉ मृदुल सक्सेना का कहना है कि जिले में अभी इसका कोई मरीज सामने नहीं आया है। लेकिन फिर भी अस्पतालों को दिशा निर्देश दे दिए गए हैं। साथ ही जिलाअस्पताल में इसके लिए अलग से वार्ड भी तैयार कराया जा रहा है। इसके अलावा निजी अस्पतालों को भी सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। उधर जिला टीकाकरण अधिकारी का कहना है कि शहर में लगातार एंटी लार्वा अभियान जारी है और लोगों को मच्छर से बचाव की जानकारी भी दी जा रही है। 

 जापानी बुखार के लक्षण :
सिरदर्द के साथ हल्का बुखार आना ,गर्दन में अकडन, शरीर में ऐंठन आना , सांस लेने में परेशानी होना,हमेशा आलस महसूस होना , बात करने में असमर्थ होना ,शरीर में कम्पन होना , मांसपेशियों में कमजोरी महसूस होना !!
बचाव के उपाय : मच्छर के काटने से बचें ,फुल पेंट और फुल शर्त पहने ,अपने आसपास मच्छर न पनपने दे ,कीटनाशक दवा का छिडकाव करवाएं , घरों के अन्दर और बाहर आसपास पानी ना जमा होने दे , कूलर के पानी की नियमित सफाई करें ,शाम के समय ज्यादा मच्छर होते हैं दरवाजे बंद रखें और बाहर जाने से बचे

 
रौरा-हरपालपुर सेक्शन में क्रासिंग गेट पर घटना, गेट मैन निलम्बित
पब्लिक मीडिया हरपालपुर : उत्तर मध्य रेलवे के झांसी मण्डल अन्तर्गत झांसी-बांदा रेल मार्ग पर रौरा-हरपालपुर सेक्शन में रेलवे क्रासिंग (नम्बर 397सी) पर आज अपरान्ह लगभग चार बजे 51807 पैसिंजर ट्रेन के इंजन से टकरा कर गिटटी से भरी ट्रैक्टर-ट्राली क्षतिग्रस्त हो गयी, किन्तु लोको पायलट की सतर्कता से ट्रेन दुर्घटना ग्रस्त नहीं हो सकी और न ही कोई जनहानि हुई। इस घटना से रेलवे क्रासिंग गेटों पर रेल प्रशासन की सतर्कता व सुरक्षा की पोल खुल गयी है क्योंकि इस लाइन पर एक माह में यह दूसरा हादसा है।
बताया गया है कि झांसी से चल कर बांदा की ओर 51807 झांसी-बांदा पैैसेंजर टे्रन अपने गंतव्य की ओर जा रही थी। इस दौरान ट्रेन जब रौरा-हरपालपुर सेक्शन में दौड रही थी तभी सेक्शन में स्थित रेलवे समपार फाटक नम्बर 397 सी (सरसेडा के निकट) को गेट मैन बद्री प्रसाद अहिरवार बन्द नहीं कर पाया और वहां से बिना नम्बर प्लेट का मैसी ट्रैक्टर-ट्राली में गिटटी लाद कर निकलने लगी। इसी बीच क्रासिंग गेट के निकट पैसिंजर टे्रन बढने लगी। ट्रेन के लोको पायलट ने क्रासिंग पर ट्रैक्टर-ट्राली को पार होते देख कर दुर्घटना बचाने के लिए ट्रेन की गति धीमी कर इमर्जेन्सी ब्रेक लगा दिए, किन्तु टे्रन का इंजन जोरदार धमाके के साथ गिटटी से भरी ट्राली से टकरा गया। ट्रैक्टर-ट्राली गिटटी लेकर क्रासिंग पार कर हरपालपुर की ओर जा रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इस घटना में ट्रैक्टर सहित उसका चालक जत्तू विश्वकर्मा तो बच गया, किन्तु गिटटी से भरी ट्राली क्षतिग्रस्त हो गयी। इस घटना से पैसिंजर ट्रेन के यात्रियों में अफरा-तफरी मच गयी, किन्तु किसी गाडी के दुर्घटनाग्रस्त नहीं होने पर सभी ने राहत की सांस ली।


इस घटना के बाद लोको पायलट ने घटना की सूचना मुख्यालय को दी और गाडी को हरपालपुर स्टेशन पर जाकर रोक दिया। इस घटना में लोको पायलट की सतर्कता व सूझबूझ से बडा हादसा टल गया। टक्कर लगने से पैसिंजर ट्रेन के इंजन को खास क्षति नहीं पहुंची और न ही कोई जन हानि हुई। इस प्रकरण में लापरवाह पूर्ण भूमिका पर रेल प्रशासन ने गेट मैन बद्री प्रसाद अहिरवार को निलम्बित कर दिया है और घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं। इस घटना की सूचना मिलने पर आरपीएफ व जीआरपी मौके पर पहुंच गयी। घटना की सूचना जीआरपी की चौकी में दे दी गयी है। इधर, जनसम्पर्क अधिकारी ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि गिटटी से भरी टै्रक्टर-ट्राली को उसका चालक क्रासिंग गेट का बूम तोड कर जबरन ले गया। उन्होंने बताया कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है।

पंकज पाराशर छतरपुर|कांग्रेस के दिग्गज नेता राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी ने मुस्लिमो के प्रमुख त्यौहार ईद के पर्व की समस्त प्रदेशवासियों को बधाई दी है। शुभकामना संदेश में उन्होंने कहा कि ईद का यह पर्व अपने साथ खुशी और मेल-मिलाप का संदेश लेकर आता है।खुशियों का यह त्यौहार सामाजिक एकता को मजबूत करने के साथ ही आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाता हैंl ईद का त्‍योहार समाज में अमन-चैन और सौहार्द का संदेश देता हैl उन्होंने कहा कि ईद के पर्व पर सभी को सद्भाव और सामाजिक सौहार्द को और मजबूत करने की राह पर आगे बढ़ने का संकल्‍प लेना चाहिए। पूर्व सांसद सत्यव्रत चतुर्वेदी ने कहा कि यह त्योहार समाज मे अमन चैन और आपसी सौहार्द का संदेश देता है।

पब्लिक मीडिया छतरपुर |मामला छतरपुर का हे जहां रोजगार मिलने से एक ओर जिंदगी हार गई ,नाम  युवक देशराज यादव ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले लिखे गए सुसाइड नोट में युवक ने लिखा है कि संविदा शिक्षक भर्ती नहीं निकलने के कारण उसका शिक्षक बनने का सपना पूरा नहीं हो सका।  नगरीय प्रशासन विभाग मे अतिरिक्त सचिव आईएएस राजीव शर्मा ने फेसबुक पर इस सुसाइड नोट को शेयर किया है| उन्होंने लिखा "क्या इसे पढ़कर आपकी आंख नम होती है ,

यह लिखा सुसाइड नोट में :

मां मैं इस दुनिया से हारकर जा रहा हूं, क्योंकि मैंने संविदा शिक्षक भर्ती का बहुत इंतजार किया। 2011 के बाद इंतजार करते-करते 7 साल बीत चुके हैं फिर भी भर्ती नहीं निकली। सोचा था चुनाव के समय निकलेगी। लेकिन नहीं निकली, हमारे जैसे कई लड़कों का डीएड, बीएड में पैसा बर्बाद हुआ होगा। 7 साल इंतजार बहुत होता है। तैयारी करते-करते हम भी थक चुके थे। सफलता हमारे पास थी, लेकिन सफलता के लिए हमें मौका ही नहीं मिला। फिर अतिथि शिक्षक की नौकरी की। लेकिन उसने हमारे पेट तक का गुजारा नहीं चलता था। घर का बड़ा लड़का होने पर सारी जिम्मेदारी मेरी थी। पिताजी आंखों से हीन थे। सोचा था कि शिक्षक की नौकरी मिल जाएगी। तो माता-पिता की जिंदगी आराम से कट जाएगी। मुझे दुनिया वालों तथा गांव वालों से और परिवार वालों से बहुत प्यार मिला, लेकिन शिक्षक की नौकरी की सोच मैं दिन रात सोचा करता था कि भर्ती कब निकलेगी। इसी सोच में मेरी आंखों में आंसू सूख चुके थे। अतिथि शिक्षक में 5 साल काम किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। मां मुझे माफ कर देना, क्योंकि आप की पांचों उंगलियां में से एक उंगली कटने जा रही है। लेकिन तुम चिंता मत करना क्योंकि तुम्हारे अभी चार पुत्र हैं। कोई-कोई मां तो एक एक पुत्र को रोती है। आपका पुत्र देशराज यादव योग्यता 12वीं बीए, डीएड, कम्प्यूटर


छतरपुर। गुरुवार को शहर के तालाबों को बचाने के लिए एक अनूठा विरोध प्रदर्शन किया गया। सामाजिक कार्यकर्ता सौरभ तिवारी और दिलीप सेन की पहल पर 100 से अधिक लोगों ने शहर के तालाबों की अंतिम यात्रा निकाली। अतिक्रमण के कारण खत्म हो रहे तालाबों की पीड़ा को दर्शाने के लिए निकाली गई इस अंतिम यात्रा में सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बाकायदा तालाब की अर्थी सजाई, मुंडन कराया, विधि-विधान से अंतिम संस्कार करते हुए फूट-फूटकर रोए भी। 

शव यात्रा की शुरुआत महलों के समीप चौपाटी मैदान से हुई जहां प्रताप सागर तालाब के किनारे मृत तालाब की एक अर्थी बनाई गई। महलों से छत्रसाल चौक तक जब यह अर्थी निकली तो कई लोग रुककर तालाब को प्रणाम करते नजर आए। सामाजिक कार्यकर्ता राजेन्द्र अग्रवाल एवं जल बिरादरी के प्रदेश संयोजक भगवान सिंह परमार ने तो तालाब की मृत्यु के शोक में अपना मुंडन भी कराया और मटकी को आगे लेकर चलते रहे। छत्रसाल चौक पर पंडित सौरभ तिवारी ने विधि विधान से वैदिक मंत्रों के साथ अंतिम संस्कार की क्रिया कराई। इसके बाद यह शव यात्रा कलेक्ट्रेट पहुंची और ज्ञापन के रूप में तालाबों का शोकपत्र जिला कलेक्टर को सौंपा। इस पत्र में कहा गया कि शहर के किशोर सागर, संकट मोचन, ग्वाल मंगरा सहित सभी तालाबों पर भू-माफियाओं और प्रशासनिक अधिकारियों की सांठ-गांठ से खुले आम मलबा डालकर पुराव कराया गया और इसके बाद विगत 10 सालों में धीरे-धीरे इन तालाबों पर प्लॉट बेच दिए गए। प्रशासन ने तालाबों की इस मृत्यु पर खामोश क्यों है। कलेक्टर से तालाबों को बचाने के लिए ठोस कदम उठाने की मांग की गई है। इस शवयात्रा में सामाजिक कार्यकर्ता शंकर सोनी, प्रवीण गुप्त, प्रखर भट्ट, पुष्पेन्द्र चौरसिया, राजीव दमेले, उपेन्द्र बुंदेला, धर्मपाल चौरसिया, राघवेन्द्र कुशहवाहा, सुदीप पांडे, केतन अवस्थी, पंकज सेन, विवेक अवस्थी, प्रशांत महतों, सत्यम शर्मा, देवेन्द्र अनुरागी, छोटे राजा, रामजी गुप्ता, गौरव पांडे, रामकृपाल गुप्ता, देवेंद्र बाजपेई, प्रशीष चतुर्वेदी, अभिलेख खरे, अनुज अरजरिया, हरिप्रकाश गंगेले, रासू बुंदेलखंडी,राकेश अरजरिया, अमित जैन, प्रदीप तिवारी, पप्पी पटैरिया, निक्की ताम्रकार, अशोक चतुर्वेदी, दिलीप सिंह,  शुभम शर्मा, अर्जुन गोस्वामी, विक्रम सेन,  सहित अनेक लोग मौजूद रहे।

अस्थि विसर्जन एवं त्रियोदशी भी करेंगे
 

तालाबों की मृत्यु पर दु:खी सामाजिक कार्यकर्ता आज की शव यात्रा के बाद हिंदू रीति रिवाजों के अनुरूप अस्थि विसर्जन, शुद्धता और त्रियोदशी भी करेंगे। सामाजिक कार्यकर्ता पं. सौरभ तिवारी ने बताया कि 22 जून को अस्थि विसर्जन एवं 27 जून को त्रियोदशी एवं गंगाजली पूजन का विधिवत कार्यक्रम किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा यह प्रदर्शन नीरस और सोए हुए प्रशासन को जगाने का कदम है। यदि अब भी प्रशासन सोता रहा तो धीरे-धीरे जिले के सभी तालाब खत्म हो जाएंगे ।



पंकज पाराशर पन्ना|मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में एक सनसनीखेज मामला सामने आया हैIफरियादियों को इंसाफ देने वाले एक जज के ऊपर गंभीर आरोप लगे हैंlएक महिला पटवारी ने जज के खिलाफ बलात्कार का मामला दर्ज कराया हैlयुवती ने आरोप लगाया है कि अजयगढ़ में  पदस्थ  न्यायिक मजिस्ट्रेट ने शादी का झांसा देकर तीन साल तक यौन शोषण कियाl रीवा जिले के मानस नगर निवासी एक महिला पटवारी ने अजयगढ़ में पदस्थ न्यायिक मजिस्ट्रेट मनोज सोनी पर शादी का झांसा देकर तीन साल तक यौन शोषण करने का आरोप लगाया हैI  पुलिस ने युवती की शिकायत पर बलात्कार तथा दहेज की धाराओं के तहत अजयगढ थाने में मामला दर्ज कर लिया है| युवती ने अपनी शिकायत में बताया है कि साल 2015 में परिवार वाले छतरपुर निवासी मनोज सोनी के घर रिश्ता लेकर गए थेIजिसके बाद मोबाइल नंबर का आदान प्रदान हुआ और इस तरह बात होने लगीI इसके बाद मनोज सोनी रीवा कलक्ट्रेट में मुझे देखने आया और पसंद किया और शादी की बात आगे बढ़ाने को कहाI  जिसके बाद जुगल किशोर मंदिर बुलाया और मिलने पर कहा कि मेरे लिए अन्य रिश्ते भी आ रहे हैं 50 लाख रुपए दहेज़ में दे रहे हैंl  इस सम्बन्ध में तुम अपने पिताजी से बात करोIइसके बाद मनोज के बुलाने पर अजयगढ़ पहुंची जहां शादी का भरोसा दिलाकर उन्होंने मेरी मर्जी के विरुद्ध सम्बन्ध बनायेIयुवती ने शिकायत में बताया कि इसके बाद शादी का पूर्ण भरोसा दिलाकर बार बार शारीरिक शोषण करता रहा और किसी और से शादी करने का शगुन ले लिया हैंIफिलहाल अजयगढ़ पुलिस ने युवती की शिकायत पर बलात्कार तथा दहेज की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया हैI मामले की जांच की जा रही हैI



पब्लिक मीडिया भोपाल| तहसीलदारों और नायब तहसीलदारों के अवकाश पर जाने के चलते कामकाज ठप हो गए हैं| तहसील में आ रहे फरियादियों को भटकना पड़ रहा है उन्हें सिर्फ तारिख मिल रही है| तहसीलदार और नायब तहसीलदार 15 जून तक सामूहिक अवकाश पर रहेंगे। 

दरअसल, तहसीलदार और नायब तहसीलदारों ने अपनी आठ सूत्रीय मांगें पूरी न होने से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रशासन को सौंपा था। इसमें मांगों के पूरा न होने पर पहले चरण में 12 से 15 जून तक सामूहिक अवकाश लेकर काम से दूरी बनाने और फिर 25 जून से 9 जुलाई तक सामूहिक अवकाश लेने की चेतावनी दी गई थी। लेकिन राजस्व अधिकारियों की मांगों का निराकरण न होने से अब तहसीलदार व नायब तहसीलदार 12 जून से चार दिन के सामूहिक अवकाश पर चले गए। इससे निर्वाचन कार्य के अलावा आय-जाति, मूलनिवासी, नकल, न्यायालयीन प्रकरण आदि कामकाज प्रभावित हो रहे हैं, वहीं लोग भी परेशान हैं| छोटे से लेकर बड़े व जरूरी कामों के लिए तहसीली आने वाले लोग परेशान हो रहे हैं। जन्म प्रमाण पत्र, सीमांकन, नामांतरण और बंटवारा सहित अन्य कई कामकाज बुरी तरह प्रभावित हो गए हैं। 



यह हैं प्रमुख मांगें

- ग्रेड-पे की विसंगति दूर की जाए।

- संरक्षण अधिनियम की धारा का परिपालन करने अधिसूचना जारी की जाए।

- नायब तहसीलदार पद को राजपत्रित का दर्जा दिया जाए।

- न्यायालय दिवस में राजस्व अधिकारी को अन्य कार्यों से मुक्त रखा जाए।



पब्लिक मीडिया आशीष रैकवार| म.प्र.उ.प्र. राजधानी से लेकर  प्रदेश और शहर गाँव की गलियों में बिक रही नशीली वस्तुएं युवाओं की जिंदगी तबाह कर रही है। आज शिक्षा ग्रहण करने  वाले युवकों को भी गांजे का कश लगाते देखे जा सकता है। हाई क्लास सोसाइटी में जहाँ नशा एक फैशन बन गया है वहीं गरीबों की बस्तियों में रहने वाले नवयुवा भी बीड़ी सिगरेट के कश लगाते खुलेआम देखे जा रहे हैं। हालाँकि इन पर प्रतिबंध तो लग पाना संभव नही है, लेकिन जिस वस्तु की बिक्री पर शासन ने रोक लगा रखी है उसकी बिक्री भी
नशे की लत में हर साल होती हैं अनगिनत मौत प्रतिबंधित नही हो पा रही है।

हम बात कर रहे है गांजा बिक्री जो की बन्द पुड़ियों में  क्षेत्र की कुछ चुनिंदा स्थानों पर खुलेआम बेंची जा रही है। सामाजिक मर्यादाओं के बंधन में बंधे होने के कारण ज्यादातर युवा गांजा का नशा कर रहे हैं तो कुछ नशे के आदि पड़ चुके युवाओ को नशे की पूर्ति करने के लिए युवा अवैध रूप से खुले आम बेच रहे मेडिकल स्टोरो पर नाइट्रावेट 100mg जैसी घातक नशीली गोलिया का भी सेवन कर रहे हैं वहीं खांसी की रोक थाम के लिए प्रयोग किये जाने वाले कुछ सिरप युवा अपने नशे की लत को पूरा करने के लिये कर रहे है। इन सबकी विक्री पर प्रतिबंध तो लगाया गया था लेकिन यह प्रतिबंध महज़ कागजों तक ही सीमित होकर रह गया है।
पुलिस कई बार गांजा की भारी भरकम खेप पकड़ कर कारोबारियों को सलाखों के पीछे भी पहुंचा चुकी है ,लेकिन इसके  बावजूद ये कारोबारी धड़ल्ले से गांजा की थोक व फुटकर बिक्री कर रहे हैं।नशा कारोबारियों की मानें तो प्रतिदिन लगभग हजारों का गांजा बिक रहा है।इतनी बिक्री का एकमात्र कारण यह है कि यह कारोबार या तो पुलिस के संरक्षण में फल-फूल रहा है, या फिर पुलिस को इसकी जानकारी नहीं है। इसका सेवन करने वालों को जहां मौका मिला वही फुक मारते अक्सर देखा जाता है इतना ही नही नशे के आदी व्यक्ति कहीं भी चिलम सुलगाने लगते है, चाहे वह सार्वजनिक स्थान हो या फिर खुला मैदान ! इतना ही नही इस तरह का नशा करने वाले लोग सड़क के किनारे भी बैठ कर चिलम चढ़ाते देखे जा सकते हैं।
इतना ही नहीं  बाज़ार की कुछ चुनिंदा पान और किराने की ऐसी दुकाने भी है जहाँ पर बिना लाइसेंस के मुनक्के की पुड़िया भी बेची जा रही है, सुलोचन की ट्यूब भी नशे में उपयोग होने लगा है, जानकारी के अनुसार इस नशे को अधिकतर युवा एवं छोटे तबके के बेरोज़गार लोग कर रहे हैं और ऐसा समय भी आता है ,की पैसे की तंगी से इनके कदम अपराध की दलदल में चले जाते हैं।

एम.बी.बी.एस. पाठ्यक्रम का प्रथम सत्र इसी वर्ष से प्रारंभ होगा

पब्लिक मीडिया भोपाल| मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान शुक्रवार, 15 जून को दतिया में नव-निर्मित मेडिकल कॉलेज भवन का उदघाटन करेंगे। इस अवसर पर अनेक जनप्रतिनिधि, आम नागरिक और अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित रहेंगे। दतिया के विकास में मेडिकल कॉलेज प्रारंभ होना एक महत्वपूर्ण आयाम है। 
दतिया में जनसम्‍पर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र के प्रयासों से मेडिकल कॉलेज भवन का निर्माण रिकार्ड समय में पूर्ण हुआ है। भारत सरकार ने दतिया में मेडिकल कॉलेज में प्रथम शैक्षणिक सत्र प्रारंभ करने के संबंध में औपचारिक अनुमति भी प्रदान कर दी है। दतिया में अकादमिक वर्ष 2018-19 के लिए एम.बी.बी.एस. पाठ्यक्रम में 100 विद्यार्थियों के प्रवेश के लिए अनुमति प्रदान की गई है। मेडिकल काउंसिल की कार्यकारिणी समिति ने इसके लिए यथा समय आवश्यक अनुमोदन कर दिया था। राज्य शासन द्वारा मध्यप्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी, जबलपुर के तहत दतिया मेडिकल कॉलेज प्रारंभ होने से नए सत्र से छात्र-छात्राओं को एम.बी.बी.एस पाठ्यक्रम में प्रवेश मिल सकेगा। चिकित्सा शिक्षा और उपचार के क्षेत्र में दतिया अंचल के लिए यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि होगी


पब्लिक मीडिया  इंदौर :भय्यू महाराज ने मंगलवार दोपहर डेढ़ बजे के करीब इंदौर बायपास पर सिल्वर स्प्रिंग टाउनशिप स्थित अपने बंगले की पहली मंजिल पर कनपटी पर गोली मार जीवनलीला समाप्त कर ली। मध्यप्रदेश के साथ ही महाराष्ट्र में भी अच्छी-खासी दखल रखने वाले 50 वर्षीय भय्यू महाराज ने पारिवारिक कलह के चलते आत्महत्या की है। उनका सुसाइड नोट और लाइसेंसी पिस्टल पुलिस ने जब्त कर ली है। सुसाइड नोट में उन्होंने कहा था कि जिंदगी के तनाव से परेशान हो गया हूं। कल सुबह 9 से 12 तक भय्यू महाराज को बापट स्थित उनके आश्रम पर अंतिम दर्शन के लिए रखा जाएगा। उसके बाद सयाजी मुक्ति धाम में उनका अंतिम संस्कार होगा। पुलिस और पारिवारिक सूत्रों के मुताबिक इंदोर मे आध्यात्मिक संत भय्यु महाराज द्वारा अपनी लाइसेंसी हथियार से खुद को गोली मार सुसाइड करने के मामले मे पुलिस को सुसाइड नोट मिल गया है जो अंग्रेजी मे है उसमें पारिवारिक कलह का जिक्र करते हुए उन्होंने खुद को बेहद तनाव मे होना बताया है । हालांकि उन्होंने खुद की सुसाइड के लिए किसी को दोषी नहीं बताया लेकिन शुरुआती जांच इस बात की ओर इशारा कर रही है कि 2015 मे उनकी पहली पत्नी माधवी की मृत्यु हो जाने से वह अकेलापन महसुस  कर रहे थे हालांकि उनकी माधवी से एक बेटी थी । इस बीच 2017 मे भय्यु महाराज ने मुल रुप से शिवपुरी के " खनियाधाना" निवासी एंव इंदोर मे डाक्टर आयुषी शर्मा से शादी कर ली थी .. बताते है कुछ समय बाद भय्यु महाराज की दुसरी पत्नी डाक्टर आयुषी अपने पास अपनी मां रानी ओर छोटे भाई - बहन को भी ले आई ओर इस दोरान भय्यु महाराज की पहली पत्नी से हुई बेटी की उपेक्षा करने लगी ओर अपने मायके वालों को महत्व देने लगी इस बात को लेकर अक्सर भय्यु महाराज ओर डाक्टर आयुषी शर्मा में विवाद होने लगा ओर जब भय्यु महाराज की सहनशीलता जवाब दे गयी ओर आज उन्होंने यह कदम उठा लिया । कनपटी पर गोली मार जीवनलीला की समाप्त  मध्यप्रदेश के आईजी लॉ एंड आर्डर मकरंद देउस्कर ने कहा है कि जिस पिस्टल से भय्यू महाराज ने खुद को गोली मारी, वह और सुसाइड नोट जब्त कर लिया गया है। सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। घर के सदस्यों से भी पूछताछ होगी। भय्यू महाराज ने गोली मार ली यह कोई मानने को ही तैयार नहीं था। हाईप्रोफाइल माने जाने वाले भय्यू महाराज के गोली लगने से घायल होने और इलाज के लिए बाम्बे हास्पिटल लाने की खबर जैसे ही सोशल मीडिया पर प्रसारित हुई, लोगों को भरोसा ही नहीं हुआ। बाद में खुलासा हुआ कि उन्होंने अपनी लाइसेंसी पिस्टल से दाहिनी कनपटी पर गोली मारी थी।  अस्पताल में प्रारंभिक इलाज के दौरान ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। बाम्बे हास्पिटल के वाइस चेयरमैन राहुल पाराशर ने जैसे ही इसकी पुष्टि की अस्पताल में मौजूद उनके शिष्यों और प्रशंसक विलख-विलखकर रो पड़े। भय्यू महाराज की पार्थिव देह को पोस्टमार्टम के लिए एमवाय पहुंचा दिया गया है। आत्महत्या करने कुछ घंटे पहले ही भय्यू महाराज ने केंद्रीय मंत्री नरेंद्रसिंह तोमर को ट्वीट कर उनके जन्मदिन पर बधाई दी थी। एक और ट्वीट उन्होंने एक घंटे पहले ही किया था।  सूत्रों के मुताबिक दूसरी शादी के छ: महीने बाद से भय्यू महाराज काफी तनाव में रहने लगे थे। अपने कुछ निकटस्थ लोगों से वे इसका जिक्र भी करते थे। उनकी दूसरी पत्नी और बेटी के बीच भी संबंध ठीक न होने से वे काफी परेशान थे।  मॉडलिंग भी कर चुके हैं ये संत, भय्यू महाराज, 49 की उम्र में अपनी पत्नी के निधन के बाद एक समय अपने आश्रम में सहायक की भूमिका निभा चुकी शिवपुरी की डॉ. आयुषी से शादी की थी। मध्यप्रदेश सरकार ने उन्हें राज्यमंत्री के दर्जे से भी नवाजा था, जिसे उन्होंने स्वीकार नहीं किया था। भय्यू महाराज को मॉडर्न संत माना जाता है। दूसरी शादी के पीछे उनका तर्क यह था कि पहली पत्नी की मौत होने के बाद बेटी कुहू और मां का ख्याल रखने के लिए ही ये शादी की थी। 
जीवन परिचय
- 1968 को जन्में भय्यू महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख है। वे शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे। - कभी कपड़ों के एक ब्रांड के लिए ऐड के लिए मॉडलिंग कर चुके भय्यू महाराज अब गृहस्थ संत हो गए थे। सदगुरु दत्त धार्मिक ट्रस्ट उनके ही देखरेख में चलता है।  - उनका मुख्य आश्रम इंदौर के बापट चौराहे पर है। उनकी पत्नी माधवी का दो साल पहले निधन हो चुका है। - पहली शादी से उनकी एक बेटी कुहू है, जिसने पुणे में रहकर पढ़ाई की और इंदौर आती-जाती रहती थी।  - उन्होंने 30 अप्रैल 2017 को एमपी के शिवपुरी की डॉ. आयुषी के साथ सात फेरे लिए थे।  -  वे मर्सीडीज जैसी महंगी गाडिय़ों में चलने वाले भय्यू जी रोलेक्स ब्रांड की घड़ी पहनते थे और आलीशान बंगले में रहते थे। उन्हें घुड़सवारी और तलवारबाजी का भी शौक था। हाईप्रोफाइल लोगों से रहा है नाता - वे चर्चा में तब आए जब अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने अपना दूत बनाकर भेजा था। बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था। - पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे। तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यू महाराज आमंत्रित किया था। - पूर्व प्रेसिडेंट प्रतिभा पाटिल, पीएम नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी उनके आश्रम आ चुके हैं।


पंकज पाराशर छतरपुर|पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के बेटे महाआर्यमन सिंधिया अशोकनगर जिले में दो दिन रहे । इस दौरान उन्होंने चंदेरी , मुंगावली एवं अशोकनगर में कई कार्यक्रमों में भाग लिया। कहने के लिए तो यह सिंधिया परिवार के युवराज का गैर राजनैतिक दौरा था । जिसमें वह लोगों से मिलने जुलने आए थे । लेकिन पूरे कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस पार्टी के नेता महाआर्यमन के आगे पीछे घूमते रहे ।चंदेरी के बाजार में आर्यमन लोगों से मिले। इसके बाद जिला मुख्यालय पर संजय स्टेडियम में क्रिकेट प्रशिक्षण कैंप के समापन समारोह में शामिल हुए। यहां क्रिकेट प्रतिभाओं को आर्यमन ने सम्मानित किया। इसके बाद आर्यमन अशोकनगर के बाजार में निकले और दुकानों पर जाकर लोगों के साथ चाट पकौड़ी का आनंद लिया ।इस दौरान आर्यमन स्थानीय लोगों से मेल मुलाकात एवं जान पहचान करते रहे हैl  
राजनीति में करियर बनाने पर बोले..अभी पढ़ाई कर रहा हूँ I  आर्यमन ने कहा कि वह लोगों से मिलने जुलने एवं इस क्षेत्र की समस्याओं को समझने के लिए आए हैं। उन्होंने कहा कि जो भी चीजें उनको यहां दिखती हैं उन सबको अपने पिता ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ साझा करते हैं । आर्यमन बोले कि हम ज्योतिरादित्य के साथ एक टीम के तौर पर काम कर रहे हैं । अभी वह अपने पिता के संसदीय क्षेत्र में लोगों से रूबरू हो रहे हैं । इस दौरान आर्यमन ने बताया की फिलहाल लोगों के पास कई सारी समस्याएं हैं, जिनमें राशन कार्ड का ना होना, किसानों के लिए खाद पानी की समस्या एवं और भी दूसरी कई बड़ी समस्याएं सामने आई हैं। इस पूरे दौरे को आर्यमन  राजनीतिक दौरा नही मानते। राजनीति को कैरियर बनाने के सवाल पर आर्यमन का कहना है कि अभी तो वह पढ़ाई कर रहे हैं इस बारे में अभी कुछ नहीं सोचा। उन्होंने कहा जनता किसी सेवा में प्राणों की बाजी लगा दूंगाl
नेता पुत्रों के लिए तैयार हो रहीं राजनीतिक जमीन..चुनावी साल में नेता पुत्रों का राजनीति के तरफ रुख देखने को मिल रहा है| हाल ही में सीएम के पुत्र भी सामाजिक कार्यक्रमों में दिखाई दिए| वही ग्वालियर-चंबल अंचल के तीन बड़े नेताओं के पुत्रों को पार्टी में अहम जिम्मेदारी मिली है|  केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के बेटे देवेंद्र प्रताप सिंह ग्वालियर संसदीय क्षेत्र के पोहरी और करैरा विस क्षेत्रों में सक्रिय हैं। वहीं शिवपुरी से लोकसभा का चुनाव लड़ चुके और प्रदेश सरकार में मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा के बेटे सुकर्ण मिश्रा और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा के बेटे तुष्मुल झा को युवा मोर्चा में अहम जिम्मेदारी मिली है। अब सिंधिया पुत्र भी मैदान में हैं| सिंधिया घराने का प्रदेश की राजनीति में वर्चश्व रहा है, परिवार के तीन पीड़ी राजनीति में सक्रिय रही अब चौथी पीड़ी आर्यमन की सक्रियता भी उनके राजनीति में जल्द एंट्री की संकेत दे रही है| फिलहाल जूनियर सिंधिया की सक्रियता ग्वालियर चम्बल इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई हैl


पब्लिक मीडिया : बाबा रामदेव की स्वदेशी कंपनी पतंजली के प्रोडक्ट्स कितने पोपुलर है ये आप सभी को मालूम ही है. पतंजली के प्रोडक्ट्स जब से भारतीय बाजार में आए है तब से बड़ी बड़ी कंपनिया ढेर होगी है. रोजमर्रा के प्रोडक्ट्स बेचने के बाद अब पतंजली सिम भारतीय टेलिकॉम सेक्टर में म.प्र. के ग्वालियर  में स्वामी रामदेव की विश्वविख्यात कंपनी पतंजलि द्वारा गत शुक्रवार को मध्यप्रदेश में विशेष रियायती मोबाइल कनेक्शन लॉन्च किया है। इसका आज ग्वालियर बीएसएनएल के महाप्रबंधक एमएस धाकड ने शुभारंभ किया। पतंजलि के मोबाइल कनेक्शन में १४४ रूपये के प्लान में 2 जीबी डाटा प्रतिदिन उपभोक्ताओं को दिया जाएगा। 
आज जानकारी  पत्रकारों को देते हुए बीएसएनएल के महाप्रबंधक एमएस धाकड ने बताया कि भारत सरकार की डिजिटल भारत योजना के तहत जन कल्याण के लिए योजनाओं को जन-जन तक किफायती दरों पर पहुंचाने के उददेश्य से बीएसएनएल के एक करार पतंजलि ने किया है। इसमें उपभोक्ताओं को दो जीबी डाटा प्रतिदिन मिलेगा। इसके साथ अनलिमिटेड कालिंग, १०० एसएमएस प्रतिदिन, रोमिंग सुविधा और ३० दिनों की वैलिडिटी भी रहेगी। इसमें अन्य प्लान ७६२ और १५८४ भी हैं। इन सुविधाओं के साथ वैलेडिटी १८० दिन एवं ३६५ दिन रहेगी। उन्होंने बताया कि समृद्धि कार्ड सौ रूपये में पतंजलि के सभी स्टोर बीएसएनएल के ग्राहक सेवा केन्द्र पर उपलब्ध रहेंगे। इस कार्ड से पतंजलि के उत्पादों पर दस प्रतिशत की छूट कैशबैक के रूप में मिलगी। साथ ही पांच लाख रूपये तक का मुफ्त दुर्घटना बीमा राशि का भी प्राप्त होगा।  इस अवसर पर डीजीएम एडमिन मृणाल जैन, डीजीएम सिटी एपी सिंह, आईएफए एचएन सिंह, एजीएम प्रशासन आरके तिवारी, पतंजलि के जिला प्रभारी जयदयाल शर्मा, महेश खंडेलवाल, अरूण शर्मा सह प्रभारी भी मौजूद रहे।

बच्ची को उसकी माँ मिली  
हरपालपुर दिनांक 11/06/2018 को यह अज्ञात बच्ची हरपालपुर में मिली है जो पूछने पर निकिता, कल्लू धोबी,सब्जीवाला, इत्यादि नाम बता रही है

थाना पुलिस ने  सभी से अनुरोध है कि अगर आप इस बच्ची को पहचानते हो तो इसको माता पिता तक पहुचाये !
आरक्षक हरेंद्र सिंह थाना हरपालपुर ने पब्लिक मीडिया को दी जानकारी 



संपर्क करें
8463880678,07685261713
प्रमोद तिवारी 
के पास बच्ची सुरक्षित है

थाना हरपालपुर 07685261713











पब्लिक मीडिया दतिया : दतिया जिले में हुआ अखिल भारतीय माँझी सभा आयोजित प्रतिभा छात्र छात्रा सम्मान  समारोह  कार्यक्रम , आयोजित  कार्यक्रम में समाज के प्रतिभा शाली छात्रों का सम्मान  किया गया ! जिन  छात्रों ने 10वीं 12वीं म.प्र. बोर्ड  आयोजित परीक्षा में 75 ,80 ,90,95,अच्छे अंक लाकर सफलता हासिल की अपने माता-पिता का नाम रोशन किया समाज का और जिले का नाम भी रोशन किया है , समाज के इस सभी प्रतिभाशाली  छात्रों का ,अखिल भारतीय माँझी सभा ने सम्मान किया व कहां की  हमें हमारी युवा समाज पर गर्व है, इन सभी बच्चों का हुआ सम्मान माधुरी माँझी 92,अलका रैकवार 91, मनीष माँझी 93 ,शालू रैकवार 91, मंजेश माँझी93 ,भूपेंद्र केवट 91 ,अनुराधा मंझि 88, कार्यक्रम में सैकड़ों बच्चे रहे मौजूद !
10 जून रविवार को इस कार्यक्रम के मुख्य अथिति डॉ सुकर्ण मिश्र जी रहे  ,अध्यक्षता एन पी बाथम और मुख्य वक्ता कामना सिंह चौहान जी ,विशिष्ट अथिति जयश्री बाथम जी ,अध्यक्ष जी  ग्वालियर कालीचरण कुशवाह जी ,गायत्री चौहान ,ममता बाथम जी ,ममता शर्मा जी ,रवि बाथम राजेश बाथम अंकुर जी गयादीन  जी पुष्पेंद्र बाथम जी  और आयोजक अमित रैकवार गोधन केवट सुरेश केवट प्रभा मंझि आरती माँझी जयसिंह माँझी मातादीन माँझी अशोक मास्टर ब्रजेश मास्टर राजकुमार माँझी प्रदीप मांझी कार्यक्रम संयोजक नीमा माँझी मुख्य संरक्षक धर्मेन्द्र माँझी प्रदेश अध्यक्ष के नेतृत्व में आयोजित हुआ और संचालन रामशंकर योगी जी आभार मुकेश मांझी जिला अध्यक्ष ने किया साथ में बच्चों को यह संदेश दिया कि पढ़ो और खूब आगे बढ़ो, समाज का नाम रोशन करो




ब्रेकिंग न्यूज-छतरपुर-जिले से 229 विद्यार्थी होंगे मेधावी छात्र प्रोत्साहन योजना में शामिल,लग्जरी बसों से भोपाल के लिए हुए रवाना, प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी जे एन चतुर्वेदी ने व्यस्थाओं को जांचकर 15 लोगो के स्टाफ के साथ बच्चो को भोपाल भेजा,11 जून सोमवार को भोपाल के दशहरा भेल मैदान में होगा कार्यक्रम,12 वी कक्षा में 75% से अधिक रिजल्ट लाने वाले बच्चो को मिलेगी  लेपटॉप की राशि.....

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